लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघु ठाकुर ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी में योग्यता की कमी
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट
दमोह। अपनी बेबाकी के लिए ख्यात लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघु ठाकुर ने आज यह कहकर खलबली मचा दी कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री अवश्य बन गए हैं लेकिन उनमें योग्यता की कमी है। अपने निजी संक्षिप्त प्रवास के दौरान उन्होंने दमोह में इस प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि भले ही मोदी जी प्रधानमंत्री बन गए हैं लेकिन उनमें राजनीतिक समझ की भारी कमी है। विदेश, वित्त सहित और कई अन्य मामलों में भी वह नासमझ साबित हुए हैं।
उन्होंने दो टूक टिप्पणी की और प्रधानमंत्री मोदी तथा केंद्र की भाजपा सरकार को घेरा । उन्होंने कहा कि पिछली पंचवर्षीय में मोदी जी ने जितनी भी विदेश यात्राएं की हैं वह उनके व्यक्तिगत हितों के लिए थी, राष्ट्र को इससे कोई भी लाभ नहीं पहुंचा है। श्री ठाकुर ने कहा कि मोदी जी ने अमेरिका में ट्रंप के पक्ष में बयान दिया था जबकि वहां पर सरकार बदल गई है। ऐसे में भारत और अमेरिका की रिश्तो पर भी गहरा असर पड़ेगा। मोदी जी की गलत नीतियों के कारण आज भारत दुनिया में अलग-थलग पड़ गया है। श्री ठाकुर ने देश-विदेश के कई मुद्दों पर भी चर्चा की उन्होंने कहा कि ट्रंप की हार पूंजीवाद और रंगभेद की हार है इससे लोगों को सबक लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष दलों को डुबोने में अल्पसंख्यक वर्ग का बड़ा हाथ है। यदि अल्पसंख्यक वर्ग चाहता तो देश में धर्मनिरपेक्ष दल बचे रहते। लेकिन उनकी गलती के कारण आज देश में धर्मनिरपेक्ष नहीं बल्कि जातिवाद को बढ़ावा देने वाले दल उभर कर सामने आए हैं । जिससे सामाजिक मूल्यों से सरोकार रखने वाली पार्टियां धीरे धीरे पतन की ओर जा रही है। क्योंकि लोग अब जातिगत आधार पर वोट करने लगे हैं। अपने क्षणिक लाभ के लिए वह किसी को भी अपना अमूल्य वोट दे देते हैं । जिससे गलत व्यक्ति उच्च पद पर आसीन हो जाता है।
देश में राष्ट्रीय संस्थानों के निजी करण को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि देश इस समय बुरे दौर से गुजर रहा है। राष्ट्र हित से किसी का कोई लेना देना नहीं है। केंद्र की सरकार राष्ट्रीय संस्थानों को बेचकर निजी करण कर रही है। यह देश के लिए बहुत ही घातक स्थिति है। इसके साथ ही जो लोग दल बदल कर अपनी निष्ठा बदल लेते हैं यह भी देश की राजनीति के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि हमने निर्वाचन आयोग से इस संबंध में मांग की थी कि जो भी व्यक्ति दल बदलता है उसके 5 वर्ष तक के लिए चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। इसके अलावा एक व्यक्ति को एक ही सीट से चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाना चाहिए। लेकिन चुनाव आयोग भी राजनीतिक दलों की कठपुतली बनकर काम कर रहा है। आज एक ही परिवार के लोग सरपंच से लेकर सांसद तक बन जाते हैं। जिससे अन्य योग्य लोगों को मौका नहीं मिल पाता है। श्री ठाकुर ने देश के युवाओं एवं आमजन से आवाहन किया कि वह हारने के लिए ही चुनाव लड़े और देश को गर्त में जाने से बचाएं उन्होंने कहा कि जाति के बंधन को तोड़ कर योग्य व्यक्ति को चुनने के लिए अब सबको आगे आना चाहिए अन्यथा जातिवाद और व्यक्तिवाद पर आधे आधारित राजनीति देश को गर्त में ले जाएगी।