विधायक धर्मेंद्र लोधी की रेंजर को धमकी.
दमोह.
सत्ता की नशे में चूर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा अधिकारियों को धमकाने के मामले तो यदा-कदा सामने आते ही रहते हैं , लेकिन इस बार एक ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी सर्रा वीट में पदस्थ रेंजर को बुरी तरह धमका रहे हैं । विधायक ने इस मामले में वीडियो क्लिप जारी कर सफाई भी दी है।
जबेरा क्षेत्र से भाजपा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी और नौरादेही अभ्यारण के अंतर्गत आने वाली सर्रा वीट के रेंजर तिलक रजपुरिया के बीच तनातनी चरम पर पहुंच गई है । रेंजर ने हाल ही में एक डॉक्टर को शिकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। जिसकी शिकायत मिलने पर विधायक धर्मेंद्र लोधी ने रेंजर को फोन लगाकर डॉक्टर को छोड़ने की बात कही। जिस पर रेंजर ने साफ इंकार कर दिया । इसके बाद विधायक अपना आपा खो बैठे और उन्होंने रेंजर को देख लेने की धमकी दी। विधायक ने कहा कि तू कार्यकर्ताओं को बहुत ज्यादा परेशान कर रहा है और अब बचेगा नहीं तेरा स्थानांतरण हो जाएगा। तेरे ऊपर कार्यवाही होगी तू बच नहीं पाएगा। जिस पर रेंजर ने कहा कि वह गलत काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने शिकार करते हुए एक डॉक्टर को पकड़ा है । इस पर विधायक ने उन्हें धमकाया साथ ही कहा कि वह पार्टी का कार्यकर्ता है उसे छोड़ दो। तेरी बहुत शिकायतें मिल रही हैं यदि नहीं सुधरा तो तेरे लिए ठीक होगा। इसके बाद लगातार दोनों में तू-तू मैं-मैं चलती रही।
करीब 2:30 मिनट के इस ऑडियो में विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी पूरे टाइम रेंजर को देख लेने की धमकी देते रहे। इसके जवाब में रेंजर ने यही कहा कि फोन पर क्या बात करते हैं यदि देखना ही है तो सामने आइए। इन दोनों की बातचीत से इतना तो तय है कि तनातनी काफी हद तक बढ़ चुकी है और अधिकारियों पर बेवजह दबाव बनाया जा रहा है । हालांकि टेलीग्राम इस पूरे ऑडियो की किसी भी तरह से पुष्टि नहीं करता है। लेकिन ऑडियो क्लिप जारी होने के बाद विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी ने रेंजर पर कई तरह की गंभीर आरोप भी लगाए हैं । इसके अलावा उन्होंने कुछ दिन पहले ही नौरादेही अभ्यारण के मुख्य संरक्षक को एक पत्र लिखकर रेंजर पर अवैध वसूली करने तथा लोगों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए अन्यत्र तबादला करने की मांग की थी। इस मामले में अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं वहीं रेंजर राजपुरिया ने इस मामले में फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। हर मामले को मुद्दा बनाने वाली कांग्रेस पार्टी के किसी भी पदाधिकारी ने अब तक इस मामले में कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है। कई लोगों को फोन लगा जाने के बाद भी किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दी है इससे एक बात तो साफ होती है कि राजनीति में सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं जो अधिकारियों पर गलत काम करने का ना केवल दबाव डालते हैं बल्कि जब किसी नेता पर आरोप लगते हैं तो वह अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट