कोरोना वॉरियर्स को मध्यप्रदेश सरकार का तोहफा, प्रदर्शन कर रहे 46 वॉरियर्स को पहले पीटा फिर घसीट कर ले गई जेल
भोपाल के नीलम पार्क में प्रदर्शन कर रहे कोरोना वॉरियर्स पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. इन कोरोना वॉरियर्स को पुलिस ने बलपूर्वक हटाया. साथ ही 46 स्वास्थ्यकर्मियों को गिरफ्तार भी किया गया है. धारा 188,151 के तहत प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है.
भोपाल। राजधानी में फ्रंटलाइन पैरामेडिकल स्टाफ जिसे कोरोना महामारी के दौरान सरकारी सेवाएं देने के लिए बुलाया गया था. उन्हें दैनिक भोगी के मुताबिक पैसा दिया गया है. महमारी के दौर में दिन-रात डटे रहे इन कोरोना वॉरियर्स को अब सरकार काम निकलने के बाद बाहर का रास्ता दिखाने में जुट गई है. अब तक करीब 60 फीसदी कोरोना वॉरियर्स को सरकार बाहर का रास्ता दिखा कर, उनकी सेवाएं भी समाप्त कर चुकी है. ऐसे में अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर शहर के नीलम पार्क में पिछले तीन दिनों से स्वास्थ्यकर्मी धरना दे रहे हैं. गुरुवार शाम को भोपाल पुलिस ने उन प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाई और उनकी मांग के बदले उन्हें जख्म दिए.
प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि कोरोना के दौरान पूरे प्रदेश में 6213 कर्मचारियों की भर्ती हुई थी. इसमें स्टॉफ नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, लैब टेक्नीशियन, फार्मसिस्ट समेट अन्य स्टॉफ शामिल हैं. प्रदर्शन के दौरान स्वास्थ्यकर्मी वहां से हटने को तैयार नहीं थे तभी पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. पुलिस के लाठीचार्ज में करीब 15 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी जख्मी भी हुए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा कि जहाँ एक तरफ़ विश्व भर में कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया जा रहा है, उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है वही दूसरी तरफ़ मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार उन पर बर्बर तरीक़े से लाठियाँ बरसा रही है, यह घटना बेहद निंदनीय व मानवीयता व इंसानियत को शर्मसार करने वाली.
पुलिस का कहना है कि इन्हें सिर्फ एक दिन के लिए ही प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी. उसके बावजूद ये लोग वहां डंटे हुए थे. भोपाल एएसपी ने कहा कि ये लोग वहां 4 दिन से प्रदर्शन कर रहे थे. हमने उनकी मांग को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचा दिया गया है, लेकिन यह लोग बिना अनुमति लोग वहां बैठे थे. जब हम लोगों ने हटाने की कोशिश की तो पुलिस पर अटैक कर दिया. उसके बाद हमारे द्वारा लाठीचार्ज की कार्यवाही की गई है.