CM शिवराज का बड़ा आरोप, कहा- हमारे विधायकों को फोन लगा रहे कमलनाथ
उपचुनाव के परिणाम से पहले एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति प्रदेश में शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ प्रदेश की राजनीति को कलंकित करने की शुरुआत कर रहे हैं.
भोपाल। उपचुनाव के परिणाम से पहले एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू होने लगी है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ प्रदेश की राजनीति को कलंकित करने की शुरुआत कर रहे हैं. कमलनाथ हमारे विधायकों को फोन लगाकर उनसे संपर्क कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी का कोई भी विधायक टस से मस नहीं होगा.
“हमारे विधायक टस से मस नही होंगे”
शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा ”कमलनाथ हमारे विधायकों को फोन कर रहे हैं, क्योंकि उपचुनाव में बीजेपी शानदार सफलता प्राप्त करेगी और उसके पूर्वाभास के कारण कांग्रेस और कमलनाथ बौखला रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं. लिहाजा पहले से भूमिका बनाना होने शुरू कर दी है.” सीएम ने कहा, ”मैं एक बात और आज कहना चाहता हूं दिग्विजय सिंह और कमलनाथ बीजेपी पर आरोप लगाते कि हम खरीद फरोख्त करते हैं, जबकि बीजेपी किसी के पास नहीं गई, कांग्रेस के दोस्त भारतीय जनता पार्टी में आए हैं.’
“कमलनाथ करते हैं तो उसे मैनेजमेंट कहते हैं”
मुख्यमंत्री ने कहा, ”मेरा आरोप है, कमलनाथ आज भी बीजेपी के विधायकों को फोन कर रहे हैं, संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं. अगर किसी ने खरीद फरोख्त की है, तो वो कमलनाथ ने की है. प्रदेश की राजनीति में गंदगी लेकर आए हैं तो कमलनाथ लेकर आए हैं. अगर हमारे पास कोई विधायक मन से आ रहा है तो वह गद्दार है, और आज खुद ही बीजेपी के विधायकों को फोन लगाकर उनसे संपर्क कर रहे हैं. लेकिन कमलनाथ कितनी भी कोशिश कर लें, बीजेपी का एक विधायक टस से मस नहीं होने वाला है.”
विधायकों ने बताया
हमारे कार्यकर्ता सिद्धांतों के लिए काम करते हैं. वहीं जब शिवराज सिंह चौहान से फोन पर संपर्क करने वाले विधायकों के बारे में पूछा तो, उन्होंने कहा कि जिनसे कमलनाथ बात कर रहे हैं, वही हमें बता रहे हैं.
दरअसल, उपचुनाव के परिणामों से ठीक पहले ही एक बार फिर से विधायकों के दल बदलने की आहट शुरू होने लगी है. दूसरी पार्टी के विधायक भी उपचुनाव के परिणाम का इंताजर कर रहे हैं. जिस तरीके से दूसरी बार कमलनाथ सरकार के 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था. उसी डर के चलते कमलनाथ ने अपने सभी विधायकों को 7 से 11 तारीख तक भोपाल में रहने के निर्देश दिए हैं और सीएम शिवराज का कमलनाथ पर यह आरोप की कमलनाथ बीजेपी विधायकों को फोन कर उनसे संपर्क साध रहे हैं. इस बात को पुख्ता करती है कि वाकई मध्यप्रदेश में फिर से खरीद-फरोख्त की राजनीति शुरू होने लगी है.
कमलनाथ ने लगाया सौदेबाजी का आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान जारी कर शिवराज सरकार पड़ बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में हार सामने देखकर सरकार में बने रहने के लिए बीजेपी सौदेबाजी पर उतर आई है, लेकिन मध्यप्रदेश की जनता सौदेबाजी की सरकार को स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि निर्दलीय और कांग्रेस विधायकों से सूचना मिल रही है कि उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं. वहीं कमलनाथ ने चेतावनी भी दी है कि अगर ऐसा कुछ किया जाता है तो प्रदेश की जनता के साथ कांग्रेस सड़क पर उतरकर सौदेबाजी के खिलाफ आंदोलन करेगी.
नरोत्तम का पलटवार
वहीं कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि विधायकों से सौदेबाज़ी का कमलनाथ का नया आरोप उनकी हताशा का प्रतीक है. अगर उनके पास कोई प्रमाण है तो पेश करें, असल में विधायकों का उन पर भरोसा खत्म हो गया है, दरअसल 11 नवंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उनकी प्रदेश से विदाई होगी