वाह री पुलिस! 29 हजार रुपये की रिश्वत लेते कानड़ थाना प्रभारी को लोकायुक्त ने पकड़ा, सट्टा चलाने को लेकर आवेदक पर बनाती थी दबाव, प्रतिमाह लेती थी 20 हजार की मासिक बंदी
आगर-मालवा, विजय बागड़ी। आम लोग गलत काम ना करें इसलिए पुलिस विभाग बनाया गया लेकिन अब पुलिस ही इस कदर गलत धंधों में लिप्त हो गई है इसका एक बेहतरीन उदाहरण देखने को आगर-मालवा जिले में मिला है। यहां जिले के कानड़ थाने की टीआई जबरदस्ती रितेश राठौर नामक व्यक्ति को सट्टा चलाने के लिए मजबूर कर रही थी और उसके एवज में प्रतिमाह 20 हजार रुपये की मासिक बंदी ले रही थी। जब रितेश इन सबसे काफी परेशान हो गए तो उन्होंने लोकायुक्त की सहायता ली और सोमवार को कानड़ थाना प्रभारी मुन्नी परिहार को 29 हजार रुपयों की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़वा दिया।
आवेदक रितेश राठौर निवासी कानड, ज़िला आगर-मालवा ने दिनांक 11 अप्रैल, 2022 को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन अनिल विश्वकर्मा को आवेदन प्रस्तुत कर शिकायत की थी कि कानड़ थाने की टीआई मुन्नी परिहार उससे दबाव बनाकर सट्टा चलाने का कह रही है और इसके लिए प्रति माह 20 हज़ार रुपये रिश्वत की माँग कर रही है।
आवेदक की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए लोकायुक्त डीएसपी राजकुमार शराफ़ के नेतृत्व में टीम का गठन कर जाल बिछाया गया, जिसके बाद लोकायुक्त उज्जैन टीम में शामिल सुनील तालान, राजेंद्र वर्मा, आरक्षक संजय पटेल , सुनील परसाई , नीरज राठौर व इसरार द्वारा थाना कानड़ में आवेदक रितेश से 29 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए टीआई मुन्नी परिहार को रंगे हाथों पकड़ा है। मौके पर अभी कार्यवाही जारी है।
बातचीत के दौरान थाना प्रभारी मुन्नी परिहार द्वारा रितेश राठौर से पिछले महीने के बाक़ी 9 हज़ार और वर्तमान महीने के बीस हज़ार रुपये के हिसाब से कुल 29 हज़ार की माँग की गई थी।