आगर की हिमांशी ने 21 दिन तक 9-9 घण्टे मेहनत कर संवोसरण की बनाई कलाकृति, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम

आगर की हिमांशी ने 21 दिन तक 9-9 घण्टे मेहनत कर संवोसरण की बनाई कलाकृति, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम

विजय बागड़ी, आगर-मालवा।। कौन कहता है आसमां में छेद नहीं होता एक पत्थर तबीयत से उछालो तो सही। इन शब्दों को चरितार्थ किया है आगर-मालवा की निवासी हिमांशी पिता संतोश भंडारी ने. जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अपने हुनर को एक नई पहचान दिलाई और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. हिमांशी ने कांच पर पीछे की तरफ से सबसे बड़ी पेंटिंग बनाकर यह मुकाम हासिल किया है, हिमांशी ने कांच पर संवोसरण (जैन मंदिर) की 6.5 फिट ऊंची व 4.5 फिट चौड़ी पेंटिंग बनाकर यह उपलब्धि हासिल की है. यह पेंटिंग ग्लास कलर, सिल्वर व कॉपर फॉयल से बनाई गई है. हिमांशी ने बताया कि उपाश्रय में प्रतिदिन आने पर यहां मौजूद साध्वी शुद्धि प्रसन्ना श्रीजी, साध्वी प्रवृद्धि श्रीजी तथा साध्वी समृद्धि श्रीजी से पेंटिंग बनाने की प्रेरणा मिली. इनके कहने पर ही मेरे द्वारा यह पेंटिंग बनाई गई है. पेंटिंग बनने के बाद उपाश्रय में ही इसको स्थापित किया गया है. हिमांशी का कहना है यह उनके लिए खुशी का अवसर है कि उनकी पेंटिंग इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज की गई है वे आगे भी और नई तरह की पेंटिंग बनाएंगी.

21 दिन में बनाई पेंटिंग
हिमांशी ने संवोसरण की यह पेंटिंग इमली गली स्थित जैन उपाश्रय में बनाई है. पेंटिंग को बनाने में 21 दिन का समय लगा है हिमांशी ने पेंटिंग बनाने में प्रतिदिन 9 से 10 घण्टे खर्च किये. हिमांशी ने पेंटिंग बनाने की शुरुआत इसी वर्ष 5 अक्टूबर को की जो कि 25 अक्टूबर को बनकर पूर्ण हुई. हिमांशी ने इस पेंटिंग को 23 अक्टूबर को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया इस पेंटिंग की बदौलत 7 दिसंबर को इस पेंटिंग के लिए हिमांशी को प्रमाण पत्र व मैडल दिया गया. मेल के माध्यम से भी हिमांशी को पहले ही नाम दर्ज होने के बारे में सूचित कर दिया गया था अब अगले वर्ष 2022 में छपने वाली इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में हिमांशी का नाम दर्ज होगा.

गिनीज बुक व लिम्का बुक के लिए भी किया अप्लाय
इंदौर के गुजराती कॉलेज से एमबीए करने वाली हिमांशी भंडारी की रुचि कलाकृति के क्षेत्र में सबसे अधिक है. हिमांशी ने संवोसरण के अलावा के अलावा भी अन्य चीज़ों की आकर्षक पेंटिंग बनाई है. हिमांशी ने इंडिया बुक ऑफ रेकॉर्ड के अलावा संवोसरण की पेंटिंग के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड व लिम्बका बुक में भी अपना नाम दर्ज करवाने के लिए अप्लाय किया है.

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed