संस्था प्रबंधक की करतूत.. किसान से सेटलमेंट करने के दो लाख लिए, नहीं हुआ कर्ज माफ

आगर मालवा। इस समय जिले के सहकारिता विभाग में कई घपले चल रहे हैं। कई साख संस्थाओं में किसानों को कर्ज माफ करने के नाम से लाखों रुपए लिए जा रहे है।
इस भ्रहाचार की वजह ये सामने आ रही है कि कॉपरेटिव सोसायटियों में ज्यादातर कर्मचारी लंबे समय से एक ही जगह जमें हुए हैं, जो रेल आसानी से कर रहे है। पूर्व कई मोस पटियों में घपले पकड़े जा चुके रानीक दवाव में मामले ठंडे बस्ते और किसान लुटता रहता है।हितों की बात करने वाली सरकारों के आदेशों को प्रबंधक नजरअंदाज कर किसानों की लूट रहे है। इतना ही नहीं नियम विरुद्ध नोकरी करने के भी मामले सामने आ रहे है।हाल ही में आगर जिले के ग्राम हरनावदा सोसापटी का मामला सामने आया है। जिसमें प्राथमिक साख सहकारी संस्था मर्यादित हरनावदा के प्रबंधक पर किसान धारासिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस चौकी बीजानगरी एवं 181 में शिकायत दर्ज करवाई है कि उसके साथ प्रबंधक व उसके पिता ने मिलकर धोखाधड़ी की है। धारासिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि संस्था प्रबंधक मनीष शर्मा व उसके पिता जी पूर्व में इसी सीसापटी में प्रबंधक थे। अमृतलाल शर्मा ने मुझसे कहा कि तुम्हारे परिवार का खाता ओवा डीप है, दो लाख रुपए दे दी, हम सेटलमेन्ट करके तुम्हारा कर्ज माफ कर देंगे। धारासिंह ने इन पिता पुत्र को दो लाख रुपए दे भी दिए, मगर आज तक ना तो कर्ज माफ हुआ और ना ही सेटलमेंट हुआ जब पीड़ित ने प्रबंधक से बोला कि मेरा कर्ज माफ नहीं हुआ, मेरे पैसे वापस दो ती दोनों पिता-पुत्र ने उसके साथ गाली गलौज को और पैसा देने से मना कर दिया। इस प्रकार जिले की सहकारी सोसायटियों में किसानों के साथ धोखाधड़ी और भ्राचार के खेल चल रहे हैं, जिले के अधिकारी बाते डी बड़ी-बड़ी करते हैं मगर धरातल पर सब शून्य है। वहीं धारासिंह ने बताया कि अमृतलाल शर्मा ने अधिकारियों से मिलकर हरनावदा सोसायटी में अपने पुत्र मनीष शर्मा की नियम विरुद्ध पोस्टिंग करवाई है, ताकि इनके पुराने काले कारनामे उजागर नहीं हो, जबकि इस पद के लिए और भी उम्मीदवार थे मगर उनकी नहीं सुनी गई।

वहीं जब इस मामले में सहकारिता विभाग के डीआर श्री भाटी से मिलना चाहा तो उन्होंने मोबाइल पर बताया कि मामला मेरे संज्ञान में है मैं आज बाहर हूं।

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